राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी का ऐलान कर कुछ इस अंदाज में खुश हुए सीएम रावत..
उत्तराखंड : की राजधानी को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया बड़ा ऐलान अब राज्य की भी दो राजधानियां होगी। सीएम रावत ने बजट सत्र के दौरान राज्य की समर कैपिटल (ग्रीष्मकालीन राजधानी) गैरसैंण को बनाया हैं। गैरसैण को समर कैपिटल घोषित करने के बाद सीएम रावत समर्थकों के साथ जमकर नाचते नजर आये। सीएम रावत ने कहा कि यहां गर्व का पल है। और एक बहुत बड़ा फैसला भी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण परिक्षेत्र का ग्रीष्मकालीन राजधानी के अनुरूप विकास के लिए अगले दस वर्षों में 25 हजार करोड़ खर्च किए जाएंगे। गैरसैंण के सुनियोजित विकास के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति बनाई जाएगी।
#WATCH Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat dances to celebrate the announcement of Gairsain as the state's summer capital in Chamoli district. (04.03.2020) pic.twitter.com/nRB6VbFsLk
— ANI (@ANI) March 5, 2020
साल 2000 में उत्तराखंड उत्तर प्रदेश से अलग हो गया था. और तब से ही गैरसैंण को अलग राजधानी बनाने की मांग की जा रही थी। देहरादून को राज्य की राजधानी बनाया लेकिन यहाँ भी अस्थियी राजधानी के रूप में स्थापित की गयी। राज्य के जन्म के साथ यहाँ के लोगो की भी मांग थी की राज्य की राजधानी पहाड़ में ही हो। गैरसैण को राजधानी बनाने के लिए कई बार आंदोलन भी हुए।
आपको बता दे की गैरसैण को राजधानी बनाने के लिए बाबा मोहन उत्तराखंडी 13 बार अनसन पर भी बैठे थे। उनका आखिरी अनसन 38 दिन तक चला जिसके बाद अगस्त 2004 में उनका देहांत हो गया।