टिहरी बांध में डूबने से 9 साल के बच्चे की मौत, 4 बहनों का इकलौता भाई था…
4 बहनों का इकलौता भाई की टिहरी बांध में डूबने से मौत…
उत्तराखंड : दुखद खबर टिहरी बांध की झील में डूबने से 9 साल के एक बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता ने बताया कि चार बेटियों के बाद उनके घर में बेटे की किलकारी गूंजी थी। पूरा परिवार बच्चे पर जान छिड़कता था, लेकिन एक पल में सबकुछ खत्म हो गया। अब वो किस के सहारे जिंदगी काटेंगे। हादसा मंगलवार को सुबह करीब नौ बजे हुआ। चिन्यालीसौड़ के पीपलमंडी के पास एक बच्चा अचानक टिहरी बांध की झील में डूब गया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी खोजबीन की, लेकिन बच्चे का कुछ पता नहीं चला। बाद में एनडीआरएफ को सूचना दी गई।एनडीआरएफ ने 48 घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद बच्चे का शव बरामद किया।
बच्चे की लाश को देखते ही परिजन बिलख-बिलख कर रोने लगे। हादसे में जान गंवाने वाले बच्चे का नाम प्रभात कुमार था। 9 साल का प्रभात बेसिक पाठशाला पीपलमंडी में कक्षा 3 में पढ़ता था। प्रभात के चाचा हरीश कुमार ने बताया कि मंगलवार को वो पानी लेने के लिए टिहरी बांध झील के किनारे जल संस्थान के टूटे पाइप के पास जा रहे थे।इसी दौरान उनका बेटा सार्थक और बड़े भाई प्रमोद कुमार का बेटा प्रभात कुमार भी साथ चलने की जिद करने लगे। वो पानी भर के लौटने लगे तो दोनों बच्चे नहाने की जिद करने लगे।थोड़ी देर बाद उनका बेटा सार्थक रोते हुए घर लौटा और बताया कि प्रभात पैर फिसलने की वजह से झील में डूब गया है।
अनहोनी की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया। परिजनों के सूचना देने पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने झील में सर्च ऑपरेशन चलाया। 48 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद कहीं जाकर प्रभात का शव बरामद किया जा सका।प्रभात 4 बेटियों के बाद पैदा हुआ था। उसका परिवार पीपलमंडी में रहता है। बच्चे की मौत के बाद क्षेत्र में मातम पसरा है। ग्रामीणों ने कहा कि झील किनारे सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं,जिस वजह से कई लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं। टीएचडीसी को भी इस बारे में पता है, लेकिन इसके बावजूद झील के किनारे सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए। ग्रामीणों ने झील किनारे तार बाड़ लगाने और बच्चे के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की।