दूसरे दिन भी जारी रहा उपनल कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार..
समान कार्य-समान वेतन की मांग कर रहे हैं कर्मचारी..
रुद्रप्रयाग: मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में धरना देते हुए उपनल कर्मचारियों ने कहा कि सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। लंबे समय से कर्मचारी समान कार्य के लिए समान वेतन और नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगें अनसुनी कर दी जा रही है। वहीं समर्थन देने पहुंचे उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार हो या मौजूदा भाजपा सरकार, किसी ने भी उपनल कर्मचारियों को समान कार्य के लिए समान वेतन नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि उपनल कर्मी प्रशासनिक व्यवस्थाओं की रीढ़ हैं। उनके कार्य बहिष्कार से आवश्यक सेवाओं से जुड़े विभागों में काम-काज ठप्प पड़ गया। ऐसे में आम जनता को परेशानी हो रही है। कोरोना काल में उपनल कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कई कर्मियों को समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल उपनल कर्मियों के साथ खड़ा है। राज्य में उत्तराखंड क्रांति दल की सरकार बनने पर उपनल कर्मियों को नियमित किया जाएगा। महासंघ के उपाध्यक्ष बृजमोहन थपलियाल, मीडिया प्रभारी किशन सिंह रावत, कोषाध्यक्ष भगवान सिंह रौथाण ने कहा कि हाईकोर्ट ने सरकार को उपनल कर्मियों को समान कार्य के लिए समान वेतन देने का आदेश जारी किया था। सरकार हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुँच गई। उन्होंने कहा कि उपनल कर्मियों का शोषण किया जा रहा है।
उन्हें ऊंट के मुंह में जीरे के समान मानदेय दिया जा रहा है। जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण करना संभव नहीं है। इस मौके पर नागेंद्र कप्रवान, राकेश बुटोला, इर्शाद मोहम्मद, अनिल तरवाड़ा, मनोज बिष्ट, मधु नौटियाल, संजू नेगी, सुनीता पटवाल सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।