उत्तराखंड

चारधाम यात्रा शुरू होने से केदारघाटी के यात्रा पड़ावों में लौटी रौनक..

पहले दिन साढ़े पांचः सौ के करीब तीर्थयात्री पहुंचे बाबा के दरबार..

केदारघाटी के लोगों में बना है खासा उत्साह..

सिक्स सिग्मा की टीम दे रही धाम में स्वास्थ्य सुविधाएं..

 

 

 

रुद्रप्रयाग। प्रदेश सरकार की ओर से आज से चारधाम यात्रा शुरू कर दी गई है। केदारनाथ धाम में पहले दिन साढ़े पांच सौ के करीब तीर्थयात्री पहुंचे।यात्रा खुलने से केदारघाटी के लोगों में खासा उत्साह बना हुआ है। यात्रा पड़ावों पर तीर्थ यात्रियों की चहल-कदमी से वीरान पड़े बाजारांे में रौनक लौट आई हैं। यात्रा शुरू होने से घोड़ा-खच्चर मजदूर, वाहन चालक, ढाबा, होटल, लाॅज व्यापारियों में खुशी देखी जा रही है। बता दें कि लम्बे समय से श्रद्धालु यात्रा खुलने का इंतजार कर रहे थे। उनका इंतजार अब खत्म हो चुका है। आज ये चारधामों में यात्रा शुरू हो गई है।

 

अब देश के विभिन्न कोनों से श्रद्धालु धामों में आकर पुण्य अर्जित कर सकतें हैं। रुद्रप्रयाग जिले में ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रसिद्ध केदारनाथ धाम, द्वितीय केदार मदमहेश्वर एवं तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ का मंदिर है, जहां ग्रीष्मकाल की यात्रा के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन दो साल से कोरोना महामारी के चलते यात्रा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। ऐसे में केदारघाटी, तुंगनाथ व मदमहेश्वर घाटी के लोगों की आजीविका पर बुरा असर देखने को मिला है। पिछले वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण यात्रा को तीन माह बाद खोला गया था, जिसके बाद श्रद्धालुओं को धाम आने की अनुमति मिली थी।

 

उस दौरान कम संख्या में यात्रियों के आने से लोगों का रोजगार सही तरीके से नहीं चल सका था और उन्हें उम्मीद थी कि वर्ष 2021 की यात्रा में उन्हें सुखद महसूस होगा, मगर इस वर्ष भी कोरोना महामारी के चलते यात्रा को पूर्ण रूप से बंद किया गया और हाईकोर्ट ने भी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यात्रा पर रोक लगा दी। ऐसे में लोगों का रोजगार ठप पड़ा गया और कोरोना के मामले कम होने पर चारधाम यात्रा खोलने की मांग की गई। साढ़े चार माह बाद चारधाम यात्रा शुरू हुई है। ऐसे में यात्रा पड़ावों पर व्यवसाय कर अपनी रोजी रोटी चलाने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है। केदारघाटी के 80 प्रतिशत लोगों की रोजी-रोटी चारधाम यात्रा पर ही टिकी हुई है।

 

 

 

छः माह यात्रा में काम करने के बाद यहां के लोग सालभर का गुजारा करते हैं। यात्रा खुलने से वाहन चालक, डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चर, ढाबा, होटल व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। उन्हें उम्मीद है कि डेढ़ महीने की यात्रा से उन्हें अच्छा रोजगार मिलेगा और वे अपने परिवार का लालन-पालन कर सकेंगे। केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित अंकुर शुक्ला ने कहा कि सरकार की ओर से आज से चारधाम यात्रा को खोल दिया गया है। प्रशासन को धाम आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्री स्वच्छता का विशेष ख्याल रखें। साथ ही कोविड नियमों को भी पालन करें।

 

केदारनाथ धाम में स्वास्थ्य सेवाएं दे रही सिक्स सिग्मा टीम के चिकित्सक डाॅ प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि सिक्स सिग्मा की टीम श्रद्धालुआंे के लिए केदारनाथ धाम में मौजूद है। दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु पूरी तैयारी के साथ आएं। गर्म कपड़े और जूते पहनकर धाम में पहुंचे। साथ ही खाली पेट यात्रा न करें। धाम में नेटवर्क की बेहतर व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्री कुंड में स्नान नहीं कर सकेंगे। हर यात्री को कोविड 19 की निगेटिव रिपोर्ट या दोनों लगाई गई वैक्सीन की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।

 

वहीं पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा कि चारधाम यात्रा को खोल दिया गया है और जिले में संचालित केदारनाथ धाम की यात्रा को लेकर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। पुलिस की ओर से श्रद्धालुओं की हर संभव सहायता की जायेगी।

 

 

 

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top