उत्तराखंड

कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय के बेटे समेत दो की मौत, ट्रक ने कार को मारी टक्‍कर…

कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय के बेटे समेत दो की मौत…

ट्रक ने कार को मारी टक्‍कर…

दुर्घटना में अंकुर का एक अन्य दोस्त गंभीर है…

देहरादून : वैवाहिक समारोह में शिरकत करने निजी कार से गोरखपुर जा रहे शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के छोटे पुत्र अंकुर पांडेय और उनका एक दोस्त की सड़क हादसे में मौत हो गई। बरेली में उनकी कार तेज रफ्तार ट्रक से जा भिड़ी। दुर्घटना में अंकुर का एक अन्य दोस्त गंभीर है और उसे बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही मंत्री आवास गोङ्क्षवदपुर में शोक की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री त्रिवेेंद्र ङ्क्षसह रावत समेत कई मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, राजनीतिक और सामजिक दलों से जुड़े सैकड़ों लोगों ने शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया। गमगीन माहौल में बुधवार दोपहर उनका अंतिम संस्कार ठंडी नदी स्थित श्मशान घाट पर किया गया।

चीनी मिल बाजपुर निवासी रघुनाथ गिरी के पुत्र रवि की शादी गोरखपुर के कस्बा हाटा, कहला में शामिल होने के लिए अंकुर पांडेय अपनी हुंडई वरना कार संख्या- यूके 06 एएस 5500 से दूल्हे के बड़े भाई मुन्ना गिरी और एक दोस्त ज्ञानेंद्र यादव व दूसरी कार क्रेटा संख्या-यूके 06 एएस 9992 से बिट्टू यादव, गोल्डी, सुमित और बनवारी को लेकर बीती देर शाम गूलरभोज से रवाना हुए। मंगलवार देर रात सवा बजे के करीब सभी ने बरेली के नजदीक ढाबे पर खाना खाया। इसके बाद कुछ किमी का रास्ता तय किया ही था कि कस्बा फरीदपुर और रजऊ के बीच कार विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक से जा भिड़ी। आमने-सामने की टक्कर में तीनों कार सवार गंभीर रूप से घायल हो गए। ठीक पीछे चल रही क्रेटा कार खुद को बचाने के प्रयास में अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई। गनीमत रही कि चारों सवार बाल-बाल बच गए। किसी तरह कार से निकल कर तीनों घायलों को बरेली के एक निजी नर्सिंग होम ले गए, जहां चिकित्सकों ने अंकुर पांडेय को मृत घोषित कर दिया। जबकि मुन्ना गिरी की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं गंभीर ज्ञानेंद्र यादव का उपचार चल रहा है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

इधर, हादसे की जानकारी मिलते ही पांडेय के परिजन बरेली पहुंच गए और वहां से अंकुर के शव को तड़के घर ले आए। शव के घर पहुंचते ही मंत्री आवास गोङ्क्षवदपुर का माहौल करुण क्रंदन में बदल गया। शोक संवेदना व्यक्त करने को लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ङ्क्षसह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री भगत ङ्क्षसह कोश्यारी व हरीश रावत, काबीना मंत्री यशपाल आर्य, पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़, पूर्व सांसद बलराज पासी समेत तमाम राजनीतिक और सामाजिक दलों से जुड़े लोगों ने शिरकत कर शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया। दोपहर में कोपा कृपाली, ठंडी नदी स्थित श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। चिता को मुखाग्नि बड़े भाई अतुल पांडेय ने दी।

शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में मंडी परिषद अध्यक्ष गजराज ङ्क्षसह, प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला, प्रदेश् प्रवक्ता सुरेश जोशी, जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी प्रसाद गंगवार, बहेड़ी विधायक छत्रपाल गंगवार, वन निगम चेयरमैन सुरेश परिहार, पूर्व संगठन महामंत्री संजय कुमार, पूर्व अल्पयंख्यक आयोग अध्यक्ष हरङ्क्षवदर ङ्क्षसह विर्क, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, पूर्व महामंत्री हितेंद्र त्रिपाठी, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हेमंत द्विवेदी, महामंत्री विवेक सक्सेना, भारत भूषण चुघ, दिनेश भाटिया, राजेश बजाज, उत्तम दत्ता, राधेश शर्मा, विजय फुटेला आदि मौजूद थे।

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