ब्रम्हकमल है उत्तराखण्ड का राज्य पुष्प
भगवान शिव के अतिप्रिय पुष्प ब्रम्हकमल और भृंगराज
केदारनाथ में पुलिस कर्मियों ने तैयार की है ब्रम्हवाटिका
रुद्रप्रयाग। बाबा केदार की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को केदारनाथ धाम में ही उत्तराखण्ड के राज्य पुष्प ब्रम्हकमल को निहारने को मौका मिलेगा। यह ब्रम्हकमल के पुष्प यात्रियों को केदारनाथ बेस कैंप में ब्रम्हवाटिका में देखने को मिलेंगे। ब्रम्हकमल हिमालयी क्षेत्रों में ही अत्यधिक ठंडे स्थान पर मिलता है। माना जाता है कि ब्रम्हकमल पुष्प भगवान शिव को अतिप्रिय है। इसीलिये प्रत्येक श्रावण के माह में बाबा केदार को ब्रम्हकमल के पुष्प अर्पित किये जाते हैं।
देश-विदेश से आने वाले जो तीर्थ यात्री भगवान शिव के अतिप्रिय और उत्तराखण्ड के राज्य पुष्प ब्रम्हकमल का दीदार करना चाहते हैं तो उन्हें ब्रम्हकमल केदारनाथ में देखने को मिल सकता है। वैसे तो ब्रम्हकमल केदारनाथ से भी उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उगता है, लेकिन अब ब्रम्हकमल का पुष्प केदारनाथ में उगने लगा है। वैसे तो प्रत्येक यात्रा सीजन के श्रावण माह में यात्री ब्रम्हकमल को बाबा केदार को चढ़ाते हैं, लेकिन इस बार यात्रियांे को मई-जून माह में भी ब्रम्हकमल केदारनाथ में ही देखने को मिलेगा।
केदारनाथ में तैयार की गई गई ब्रम्हवाटिका में तीर्थ यात्रियों को ब्रम्हकमल के साथ भंृगराज के पुष्प भी देखने को मिलेंगे। भृंगराज के पुष्प भी भगवान शिव को अति प्यारे हैं और भगवान शिव के गले में इन्हीं पुष्पों की माला पड़ी रहती है। वैसे तो भृंगराज अति दूरस्थ क्षेत्रों में पाये जाते हैं, लेकिन फिर भी शिव भक्त दूर-दर जाकर इन पुष्पों को केदारनाथ तक ले आते हैं। केदारनाथ में पुलिस कर्मियों ने एक वाटिका तैयार की है और इस वाटिका को ब्रम्ह वाटिका नाम दिया गया है। ब्रम्ह वाटिका में ब्रम्हकमल और भृंगराज के पुष्प उगाये गये हैं। साथ ही वाटिका के बीच में एक नंदी की विशाल मूर्ति को भी स्थापित किया गया है। वाटिका को स्थापित करने में पिछले पांच सालों से केदारनाथ में रह रहे पुलिस चैकी इंचार्ज विपिन चन्द्र पाठक का अहम योगदान है। इस वाटिका में सुबह-सांय नित्य पूजा-अर्चना होती है।
केदारनाथ में यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने भी ब्रम्ह वाटिका की जमकर सराहना की है। उन्हांेने कहा कि केदारनाथ जैसी जगह पर ब्रम्ह कमल के पुष्प तैयार करना पुलिस कर्मियों की सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि इससे हमारे राज्य पुष्प को एक नई पहचान मिली है। देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्री राज्य पुष्प को निहार सकेंगे। ब्रम्ह वाटिका तैयार करने वाले एसआई विपिन चन्द्र पाठक ने बताया कि 2015 में ब्रम्हवाटिका तैयार की जा रही है। ब्रम्ह वाटिका तैयार करने में शुरूआती चरण में काफी मेहनत करनी पड़ी, लेकिन अब मेहनत साकार हो गई है। वाटिका में ब्रम्ह कमल और भृंगराज के पुष्प अब अच्छी मात्रा में खुलने लगे हैं। इस मौके पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल और पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण ने भी ब्रम्हवाटिका की जमकर सराहना की।