बैंक कर्मचारियों की हड़ताल से जनता रही परेशान
आज भी कार्य बहिष्कार पर रहेंगे बैंक कर्मी
रुद्रप्रयाग : आठ सूत्रीय मांगों को लेकर बैंक कर्मचारी दो दिन के कार्य बहिष्कार पर हैं। कार्य बहिष्कार के चलते जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्र से आए लोगों को मालूम नहीं था कि बैंक कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर हैं। ऐसे में लोगों में आक्रोश देखा गया और उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा।
दअसल, पिछले एक साल से बैंक कर्मचारी केन्द्र सरकार से अपनी मांगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों पर कोई गौर नहीं किया जा रहा है। ऐसे में कर्मचारियों को आंदोलन का रास्ता अपना पड़ रहा है। बैंक कर्मचारी वेतन वृद्धि, सरकारी बैंकों में विलय न किये जाने, सरकारी से प्राईवेट न किये जाने, लोन रिकवर, पुरानी पेंशन योजना, नये कर्मचारियों की भर्ती, बैंकों में स्थायी कार्यों की आउटसोर्सिंग का विरोध, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को सुदृढ़ करने सहित अन्य मांगों पर अड़िग हैं। मंगलवार को बैंक कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर केन्द्र सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया।
कर्मचारियों की माने तो उनकी मांगों पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। पिछले एक साल से कर्मचारी वेतन वृद्धि को लेकर परेशान हैं। इसके अलावा बैंक में अत्यधिक बोझ को कम करने के लिए नई भर्ती की मांग की जा रही है, जिसे पूरा नहीं किया जा रहा है। बैंक कर्मचारी अश्विनी रावत, अनिल रावत, गोविंद सिंह बिष्ट, मनोज राणा, अनूप कुमार, मनोज कंडारी ने कहा कि दो दिन के कार्य बहिष्कार के बाद भी सरकार ने मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया तो आॅल इंडिया बैंक कर्मचारी संघ एवं बैंक कर्मचारी फैडरेशन आॅफ इंडिया के बैनर तले आगामी रणनीति बनाई जाएगी। वहीं कर्मचारियों की हडताल के कारण जनता परेशान रही। हड़ताल से पैंसों के लेन-देन, एनईएफटी, आरटीएस, चैक क्लीयरेंस सहित अन्य कई महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित रहे।