देश/ विदेश

बाबरी विध्वंस मामले में आज होगा फैसला..

बाबरी विध्वंस

बाबरी विध्वंस मामले में आज होगा फैसला..

CBI कोर्ट पहुंचे स्पेशल जज और आरोपी.. 

देश-विदेश  : 6 दिसंबर 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले पर आज कोर्ट का फैसला आने वाला है. देश की सियासत में बेहद अहम रहे इस मामले पर 28 साल बाद फैसला सुनाया जाएगा. हालांकि आरोपी बनाए गए ज्यादातर बड़े नेता कोरोना संकट और खराब सेहत के चलते फैसला सुनने के लिए मौजूद नहीं रहेंगे.

बाबरी विध्वंस केस के फैसले के मद्देनजर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं, और हर आने-जाने वाले की चेकिंग के साथ ही पूछताछ की जा रही है. बाबरी विध्वंस मामले में आज फैसला आएगा. 6 दिसंबर 1992 को जो कुछ हुआ उस पर सीबीआई की विशेष अदालत फैसला सुनाने जा रही है.जिस पर आज देशभर की नज़र होगी और नज़र इसलिए भी होगी क्योंकि देश के कई नामी नेता इस मुकदमे में फंसे हैं.

बाबरी विध्वंस केस के आरोपी विनय कटियार भी अदालत पहुंच गए हैं. विनय कटियार ने कहा कि सजा होगी तो जेल जाएंगे, छूटते हैं तो देखेंगे. बेल होगी तो लेंगे. हमने कोई अपराध किया ही नहीं है. वहां पर मंदिर था और मंदिर बनेगा. सोमनाथ मंदिर की तरह बढ़िया मंदिर बनेगा, ऐसी कल्पना है. उसके लिए काम जारी है. 4 साल में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा.

स्पेशल जज सुरेंद्र कुमार यादव पहुंचे कोर्ट..

सीबीआई के स्पेशल जज सुरेंद्र कुमार यादव, अदालत परिसर पहुंच गए हैं. अदालत जिस टाइम बैठेगी. इसके बाद फैसला सुनाया जाएगा. इस केस से जुड़ी एक और खास बात है. बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बड़े नेताओं के किस्मत का फैसला करने के साथ ही सीबीआई के स्पेशल जज सुरेंद्र कुमार यादव रिटायर हो जाएंगे. स्पेशल जज सुरेंद्र कुमार यादव के कार्यकाल का आज आखिरी दिन है. फैसला सुनाने के साथ ही वह शाम 5:00 बजे रिटायर हो जाएंगे. सीबीआई के अदालत के विशेष जज सुरेंद्र कुमार यादव को 1 साल का कार्यकाल विस्तार मिला है. इसी मामले पर सुनवाई को देखते हुए उन्हें यह सेवा विस्तार दिया गया था और फैसले के साथ ही वह रिटायर भी होंगे.

28 साल बाद आएगा आज आएगा फैसला..

6 दिसंबर 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले पर आज कोर्ट का फैसला आने वाला है. मामले में लाल कृष्ण आडवाणी , मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, नृत्य गोपाल दास, कल्याण सिंह समेत 49 आरोपी बनाए गए थे, जिसमें 17 लोगों की मौत हो चुकी है. सीबीआई की अदालत ने 1 सितंबर तक मामले की सुनवाई पूरी कर ली थी और 2 सितंबर से फैसला लिखने का काम शुरू हो गया था. देश की सियासत में बेहद अहम रहे इस मामले पर 28 सालों बाद फैसला सुनाया जाएगा. हालांकि आरोपी बनाए गए ज्यादातर बड़े नेता कोरोना संकट और खराब सेहत के चलते फैसला सुनने के लिए मौजूद नहीं रहेंगे.

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top