देश/ विदेश

भारत की कोविशील्ड वैक्सीन,पाकिस्तान को भी चाहिए..

चीन की सिनोफार्म को कहा ना..

देश-विदेश: पाकिस्तान को भी चाहिए भारत में बनी वैक्सीन, भारत में बनी एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पाने के लिए अब पाकिस्तान ने भी रजिस्ट्रेशन करवा लिया हैं। भारत की तरह पाकिस्तान में भी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोविड​​-19 टीके का इस्तेमाल होगा इमरान खान की सरकार ने इसके आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दे दी हैं। सरकार को उम्मीद है कि 2021 की पहली तिमाही तक टीका उपलब्ध हो जायेगा

आपको बता दें कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का निर्माण भारत स्थित कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही हैं। पाकिस्तान के अलावा कई अन्य देशों ने भी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से वैक्सीन खरीदने का करार किया हैं। रिपोर्ट के अनुसार स्वास्थ्य मामले पर प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक डॉ. फैसल सुल्तान ने इसकी पुष्टि की. पाकिस्तान औषधि नियामक प्राधिकरण (डीआरएपी) ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोरोना वायरस टीके कोविशील्ड के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी है. पाकिस्तान के योजना मंत्री ने कहा कि टीके को मार्च तक टीकाकरण के लिए उतारा जायेगा।

दरअसल कोवैक्स एक वैश्विक गठबंधन है, जिसके लिए ग्लोबल अलायंस फॉर वैक्सीन एंड इम्यूनाइजेशन  कोलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन  डब्लूएचओ  साथ आए हैं. इस गठबंधन के तहत दुनिया के 190 देशों की 20 फीसदी आबादी को मुफ्त कोरोना वैक्सीन दी जाएगी. इन 190 देशों में पाकिस्तान भी शामिल है. इस अभियान के तहत पाकिस्तान को मौजूदा वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में वैक्सीन की पहली खेप मिल सकती है.

चीन में बनी वैक्सीन सिनोफार्म के लिए पाकिस्तान में अगले हफ्ते से रजिस्ट्रेशन शुरू होने की उम्मीद है. वही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के स्वास्थ्य सलाहकार डॉ.फैजल सुल्तान ने जानकारी दी है. कि भारत पाकिस्तान के बीच व्यापार बंद है लेकिन जीवन रक्षक दवाओं आयात-निर्यात पर रोक नहीं है.

पाकिस्तान के साथ नेपाल ने भी भारत से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा तैयार की गई कोविशील्ड वैक्सीन की 1.20 करोड़ खुराक मांगी हैं.बांग्लादेश सरकार ने भी 3 करोड़ खुराक मांगी हैं. इसके अलावा बांग्लादेश सरकार, भारत सरकार के संपर्क में भी है. म्यांमार ने भी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ कोविशील्ड वैक्सीन की खरीद को लेकर अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं.

भूटान ने भी कंपनी से 10 लाख डोज वैक्सीन देने का अनुरोध किया है. इसके साथ ही भूटान की सरकार भारत सरकार से बातचीत भी कर रही है. ब्राजील ने भी कंपनी के साथ 20 लाख वैक्सीन की डोज देने का अनुबंध किया है. बता दें कि कोविशील्ड वैक्सीन कोरोना वायरस पर 90 फीसदी तक प्रभावी है.

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