गुणानन्द जखमोला
– पहाड़ करवट बदल रहा है
– आवाज के माध्यम से छात्रों की हुंकार, अब नहीं सहेंगे अत्याचार।
– नशा नहीं, रोजगार दो, व्यसन नहीं किताबें दो
– रुद्रप्रयाग में छात्र संगठन आवाज का गठन
आशा और निराशा के बीच फंसे युवाओं को अब अच्छी तरह से समझ में आ गया है कि यदि हक चाहिए, रोजगार चाहिए, सम्मान से जीने का तरीका चाहिए तो अपने हक-हकूक के लिए लड़ना होगा। सरकारों को पहाड़ के युवाओं से कहीं अधिक बाहर के माफिया पंसद हैं। पिथौरागढ़ से लेकर धारचुला और अस्कोट से लेकर अगस्त्यमुनि तक किताओं और शिक्षकों का संकट हैं। 1920 का ब्लैकबोर्ड बदलने के लिए भी सरकार अब तक सफल नहीं हो सकी है तो फिर सरकार से आसानी से हक कैसे हासिल हों। छात्रों और युवाओं की समस्याओं के निदान के लिए अब रुद्रप्रयाग में आवाज छात्र संगठन का गठन किया गया है। इस संगठन के माध्यम से प्रदेश के छात्रों और युवाओं के लिए नई पहल युवा नीति तैयार की जा रही है। इस नीति के माध्यम से जहां आवाज संगठन छात्रों हितों के लिए कार्य करेगा साथ ही जरूरत पड़ने पर सड़कों पर भी आंदोलन करेगा। उम्मीद है कि यह छात्र संगठन अपने लक्ष्य और उद्देश्य को पूरा करेगा। शुभकामनाओं सहित।