भारत में दोहरा संक्रमण, एक महिला डॉक्टर ‘अल्फा’ और ‘डेल्टा’ दोनों स्वरूपों से संक्रमित..
देश-विदेश: देश में जानलेवा कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप थोड़ा कम क्या हुआ तो, इसी बीच कोरोना के नए वैरिएंट ने केंद्र और राज्य सरकारों के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी हैं। कोरोना के इस नए स्वरूप के मामले अब तक कई देशों में सामने आ चुके हैं, आने वाले महीनों में यह बेहद संक्रामक स्वरूप पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का सबसे हावी स्वरूप बन जायेगा। वही असम के डिब्रूगढ़ जिले में एक महिला डॉक्टर कोरोना के ‘अल्फा’ और ‘डेल्टा’ दोनों स्वरूपों से संक्रमित पाई गई। विशेषज्ञों के अनुसार यह संभवत: देश में दोहरे संक्रमण का पहला मामला है।
डिब्रूगढ़ स्थित क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) में परीक्षण के दौरान यह मामला सामने आया। पूरी तरह से टीका लगने के बावजूद महिला डॉक्टर दूसरी खुराक के एक महीने बाद कोरोना वायरस के दोनों स्वरूपों से संक्रमित हो गई। हालांकि उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण थे और बिना अस्पताल में भर्ती हुए वह ठीक भी हो गई। डॉक्टरों के अनुसार महिला के पति कोरोना के ‘अल्फा’ स्वरूप से संक्रमित हुए थे।
आरएमआरसी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बीजे बरकटकी का कहना हैं कि दोहरा संक्रमण तब होता है जब दो स्वरूप एक व्यक्ति को एक साथ या बहुत कम समय में संक्रमित करते हैं। यह तब होता है जब कोई व्यक्ति एक स्वरूप से संक्रमित हो जाता है और एंटीबॉडी विकसित होने से पहले या पहले संक्रमण के 2-3 दिनों के भीतर दूसरे स्वरूप से भी संक्रमित हो जाता है। उन्होंने कहा, हालांकि ब्रिटेन, ब्राजील और पुर्तगाल में दोहरे संक्रमण के कुछ मामले सामने आए हैं, लेकिन भारत से ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं आई है। असम में फिलहाल 20,000 कोरोना के सक्रिय मामले हैं। राज्य में दो सप्ताह से ज्यादा समय से हर दिन 2000 मामले सामने आ रहे हैं