मासूम बच्चे का अपहरण कर रहे बदमाशों से भिड़ी 10 साल की बच्ची..
उत्तराखंड: रुड़की में दो साल के मासूम बच्चे के अपहरण की कोशिश कर रहे बाइक सवार बदमाश के सामने दस साल की बच्ची चट्टान बनकर खड़ी हो गई। उसने अपनी बहादुरी से बदमाश के हौसले पस्त कर दिए। बदमाश की लाख कोशिश के बाद भी बच्ची ने मासूम का हाथ नहीं छोड़ा और दूर तक घिसटती चली गई। उसने शोर मचाया तो बदमाश पकड़े जाने के डर से मासूूम को छोड़कर फरार हो गया। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र में अशोक नगर स्थित मंदिर में देवेंद्र पोखरियाल पुजारी हैं। मंदिर के पास ही उन्होंने मकान बनाया है। पहले वे मंदिर पास में ही किराये पर रहते थे। बृहस्पतिवार शाम उनकी चार साल की बेटी शिवांगी और बेटा शिवांश पूर्व के मकान मालिक के घर गए थे। उनको घर छोड़ने के लिए मकान मालिक की दस साल की बेटी अग्रिमा उनके साथ आ रही थी। अग्रिमा ने दोनों बच्चों का हाथ पकड़ रखा था। जैसे ही वो सुनसान गली में पहुंचे तो उनके पीछे से एक बाइक सवार युवक आया।
उसने शिवांश को बाइक पर बैठाने की कोशिश की, लेकिन अग्रिमा ने उसका हाथ नहीं छोड़ा और साहस दिखाते हुए बदमाश से भिड़ गई। बदमाश ने हाथ छुड़ाने के लिए उसका गला दबाने की कोशिश की, लेकिन अग्रिमा ने हार नहीं मानी, और बच्ची के साहस को देख बदमाश ने बाइक दौड़ा दी। इसके बाद भी अग्रिमा ने शिवांश का हाथ नहीं छोड़ा और वह दूर तक घिसटती चली गई। और जोर-जोर से चिल्लाने लगी। शोर मचाने पर बदमाश पकड़े जाने के डर से घबरा गया और मासूम को छोड़कर फरार हो गया। बच्ची का शोर सुन आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और बच्ची से जानकारी ली।
जिसके बाद बाइक सवार की आसपास तलाश की गयी। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया। जिसके बाद शुक्रवार को बच्चों के परिजन कॉलोनी के लोगों के साथ कोतवाली पहुंचे और वह कोतवाली प्रभारी राजेश साह को घटना की जानकारी दी। साथ ही पुलिस को तहरीर दी। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। और साथ ही क्षेत्र में बाइक से घूमने वाले संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है।