गूगल मैप के बताए रास्ते पर जाने से 1 की मौत 2 घायल ….
देश-विदेश : अक्सर आप भी अनजान जगहों पर जाने के लिए गूगल मैप का इस्तेमाल करते होंगे, लेकिन कई बार इस वजह से मुश्किलों का सामना भी करना पड़ सकता है. महाराष्ट्र के अहमदनगर के एक शख्स को गूगल मैप की मदद लेना पड़ गया भारी और उसे अपनी जान गंवानी पड़ी.
तीन दोस्त गए ट्रैक पर…
पुलिस ने बताया, पुणे में रहने वाले तीन व्यवसायी फॉर्च्यूनर कार से गुरु शेखर, समीर राजुरकर और सतीश घुले महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी कलसुईबाई ट्रैकिंग पर निकले थे, लेकिन उनको रास्ते की सही जानकारी नहीं थी. इसके बाद रविवार रात करीब 1:45 मिनट पर उन्होंने गूगल मैप की मदद ली.
गूगल मैप ने भेजा गलत रास्ता…
अकोले पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर अभय परमार ने बताया, ‘ट्रैकिंग के लिए कलसुईबाई जाने के दौरान गूगल मैप ने उन्हें सबसे नजदीक सड़क बताई, जो उन्हें सीधे डैम की तरफ ले गई और उनकी कार पानी में डूब गई.’ पुलिस ने बताया कि यह सड़क बारिश के मौसम में ही बंद कराई थी, क्योंकि पिम्पलगांव खंड डैम के पानी में डूब गया था.
चार महीने बंद रहती है सड़क…
पुलिस अधीक्षक राहुल मधने ने कहा है कि हादसे की जगह पर एक पुल बना हुआ था, जो सिर्फ आठ महीने चलता है. बारिश के मौसम के बाद चार महीने वहां बांध को खोल दिया जाता है. बांध से पानी छोड़ने के कारण पानी पुल के ऊपर आ जाता है और पल अन्दरं डूब जाता है.जिसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
गूगल मैप पर भरोसा करना पड़ा भारी…
पुलिस ने आगे बताया, ‘स्थानीय लोगों को सड़क बंद होने की जानकारी पहले से थी, लेकिन कार चलाने वाले सतीश घुले ने गूगल मैप पर भरोसा करते हुए आगे बढ़ता गया और अंधेरे के कारण कार सीधे पानी में डूब गई.’
खिड़की तोड़कर 2 लोगों ने बचाई जान..
पुलिस ने बताया कि हादसे के दौरान शेखर और राजुरकर गाड़ी की खिड़की तोड़कर बाहर निकल गए और तैरकर अपनी जान बचा ली, लेकिन सतीश घुले को तैरना नहीं आता था और उसकी जान चली गई